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गुणसन्धि-GUN SANDHI

अच् सन्धिप्रकरणम्


गुणसन्धि:

सूत्रम्  👉 आद्गुणः


        अवर्ण (अ/आ) के बाद इ, उ, ऋ, लृ के आने पर दोनो के स्थान पर गुण एकादेश हो जाता है।

गुण क्या है ?

सूत्रम्  👉 अदेड्.गुणः


अ, ए, ओ ये तीन गुण होते है।
उरण् रपरः सूत्र से ऋकार से सम्बन्धित गुण कार्य करने पर रपरत्व तथा लृकार से सम्बन्धित गुण कार्य करने पर लपरत्व होता है।


 अ/आ  + इ/ई        ⇰    ए
 अ/आ  +  उ/ऊ      ⇰  ओ
 अ/आ  +  ऋ/ऋ    ⇰  अर् 
 अ/आ  + लृ           ⇰   अल्



  अ/आ  + इ/ई        ⇰    ए के उदाहरण

     उप + इन्द्र:    = उपेन्द्र:
     नर + ईश:      =  नरेश:
     भाव + ईश:    =  भावेश:
     का + इह       =  केह
     महा + ईश:   =  महेश:
     राका + ईश:  =  राकेश:
     यथा + इच्छम्  =  यथेच्छम्
     गुडाका + ईश:  =  गुडाकेश:
     मम + इह         =  ममेह
     गज + इन्द्र:      =  गजेन्द्र:
     गण + ईश:      =  गणेश:
     उमा + ईश:     =  उमेश:
     प्र + ईक्षते         =  प्रेक्षते
     राम + इतिहास:  = रामेतिहास:
   

 अ/आ  +  उ/ऊ      ⇰  ओ के उदाहरण

 सूर्य  + उदय: = सूर्योदय:
गङ्गा + उदकम् =  गङ्गोदकम्
 नव + ऊढा =  नवोढा
 सर्व + उदय: =  सर्वोदय:
हित + उपदेश: =  हितोपदेश:
 पर + उपकार: =   परोपकार:
 तव + उत्साह: =  तवोत्साह:
 शर्व + उपमम् =   शर्वोपमम्
नव + ऊढा =   नवोढा
परम + उतमम् = परमोतमम्
 जल + ऊर्मिः =  जलोर्मिः
 पाद + ऊनः = पादोनः
कण्ठ + उच्चारणम्  =  कण्ठोच्चारणम्
महा + उदयः   = महोदयः
तव + ऊतिः  = तवोतिः
 न + उपलब्धि: = नोपलब्धि:
 परम + उत्तमः = परमोत्तमः
 परीक्षा + उत्सवः = परीक्षोत्सवः
 
अ/आ  +  ऋ/ऋ    ⇰  अर् के उदाहरण

     ब्रह्म + ऋषिः  = ब्रह्मर्षि:
     देव +ऋषिः  = देवर्षिः
     वसन्त + ऋतु:  = वसन्तर्तुः
     महा + ऋषिः   =  महर्षिः
     ग्रीष्म + ऋतु:  = ग्रीष्मर्तुः
      उत्तम + ऋणः  = उत्तमर्णः
      वर्षा + ऋतुः =  वर्षतु:
      भरत + ऋषभः  = भरतर्षभः
      तव + ऋद्धि:    = तवर्द्धिः
     तथा + ऋकारः = तथर्कारः
     अधम + ऋणः = अधमर्णः
      सदा + ऋणः   = सदर्णः
     मम + ऋद्धिः   = ममर्द्धिः
     पाप + ऋद्धिः  =  पापर्द्धिः


अ/आ  + लृ    ⇰  अल् के उदाहरण

      तव + लृकारः   =  तवल्कारः
      मम + लृकारः  =  ममल्कारः
      यथा + लृकारः  = यथल्कार:
      तव + लृदन्तः  = तवल्दन्तः
      सदा  + लृवर्णः  =  सदल्वर्णः
      कदा + लृकार:  = कदल्कारः

 सन्धि प्रकरण के अन्य महत्वपूर्ण पृष्ठ-

1. सन्धि की परिभाषा ,प्रकार, सन्धि कार्य कब होता है
2. वृद्धिसन्धि के नियम और उदाहरण
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